Motivational Story: एक पैसा नहीं रुपया लो
एक बार विद्यासागर जी बाजार से गुजर रहे थे। रास्ते में एक बालक उनके सामने हाथ फैलाकर एक पैसा मांगने लगा। विद्यासागर जी उस बालक से बोले "यदि मैं तुम्हें एक पैसे के स्थान पर एक रूपया दूं तो तुम क्या करोगे?"
एक बार विद्यासागर जी बाजार से गुजर रहे थे। रास्ते में एक बालक उनके सामने हाथ फैलाकर एक पैसा मांगने लगा। विद्यासागर जी उस बालक से बोले "यदि मैं तुम्हें एक पैसे के स्थान पर एक रूपया दूं तो तुम क्या करोगे?"
राहुल हेलीकॉप्टर में बैठा था। उसका हेलीकॉप्टर नीले-नीले सागर के ऊपर उड़ रहा था। साथ बैठा गाइड उसे बता रहा था, "यह बाल्टिक सागर है। दूसरी ओर नार्थसागर है। ये दोनों ओर से स्वीडन को घेरे हुए हैं"।
रोमा गिलहरी जाते-जाते अपने नटखट बेटे चुन्नू से बोली, “मैं भोजन की तलाश में बाहर जा रही हूं। तुम घर में ही रहना, बाहर मत निकलना झाड़ी के उस पार इंसानों की बस्ती है। वे हमारे लिए खतरनाक हैं"।
एक थे पंडित जी नाम था अकलूराम जब तक उनके पिताजी थे, उन्हें रोजी-रोटी सम्बन्धि जरा भी चिंता नहीं हुई क्योकि पिताजी को जजमानों के यहां से अच्छी खासी-आमदनी हो जाया करती थी। अकलू राम भरपेट खाते और गप्पे हांका करते थे।