बाल कहानी: वरदान
बाल कहानी: वरदान- रामनगर में एक पोखर था। वह बरसात के दिनों में खूब भर जाता था, लेकिन सर्दी और गरमी में सूखा रहता था। इस कारण सारी मछलियाँ पाताल लोक में चली जाती थीं।
बाल कहानी: वरदान- रामनगर में एक पोखर था। वह बरसात के दिनों में खूब भर जाता था, लेकिन सर्दी और गरमी में सूखा रहता था। इस कारण सारी मछलियाँ पाताल लोक में चली जाती थीं।
एक वक्त था जब वाराणसी में ब्रह्मदत्ता का राज हुआ करता था, उसी शहर में लकड़हारा की बस्ती हुआ करती थी। हर दिन लकड़हारा नदी के किनारे पेड़ काटने जाते और जंगल से लकड़ियां लेकर आते थे।
एक समय की बात है, एक सेठ था जिसकी दौलत असीम थी, लेकिन उसकी आत्मा बेचैन थी। वह हर समय चिंतित और असंतुष्ट रहता। उसे किसी ने बताया कि पास के जंगल में एक प्रसिद्ध साधु रहते हैं
बहुत समय पहले की बात है, एक राज्य था जहां राजा रामभद्र राज करते थे। उनकी दयालुता और न्यायप्रियता के कारण प्रजा उन्हें भगवान की तरह पूजती थी। उनका नाम पूरे राज्य में सद्भावना और उदारता का प्रतीक बन गया था।
Web Stories एक छोटे से गाँव में एक लड़का रहता था, जिसका नाम राहुल था। राहुल बहुत शरारती था और अपनी छोटी-मोटी बातों में झूठ बोलने की आदत से गाँववालों को परेशान करता था।
एक छोटे से गाँव में एक लड़का रहता था, जिसका नाम राहुल था। राहुल बहुत शरारती था और अपनी छोटी-मोटी बातों में झूठ बोलने की आदत से गाँववालों को परेशान करता था।
गांव के पास एक छोटा-सा कस्बा था, जहां रामू नाम का एक साधारण लड़का रहता था। रामू गरीब था, लेकिन उसकी सबसे बड़ी खासियत थी उसकी ईमानदारी। वह गांव वालों के काम में मदद करके अपना गुजारा करता था।