Moral Story: सूझबूझ
किसी गांव में एक किसान रहता था, उसकी एक सुन्दर बेटी थी। दुर्भाग्यवश, गांव के जमींदार से उसने बहुत सारा धन उधार लिया हुआ था। जमींदार बूढ़ा था। किसान की सुदंर बेटी को देखकर उसे उसके साथ विवाह करने की इच्छा हुई।
किसी गांव में एक किसान रहता था, उसकी एक सुन्दर बेटी थी। दुर्भाग्यवश, गांव के जमींदार से उसने बहुत सारा धन उधार लिया हुआ था। जमींदार बूढ़ा था। किसान की सुदंर बेटी को देखकर उसे उसके साथ विवाह करने की इच्छा हुई।
एक युवा कलाकार बहुत कम समय में ही प्रख्यात हो गया। उसे अपनी कला पर पूरा विश्वास था। लेकिन उसके मन में प्रसिद्ध कलाकार माइकल एंजेलो के प्रति ईष्र्या घर कर गई। वह उन्हे किसी न किसी तरह नीचा दिखाने की सोचने लगा।
एक फकीर ने एक सम्राट के द्वार पर दस्तक दी। सुबह का वक्त था और सम्राट बगीचे में घूमने निकला था। संयोग की बात थी कि सामने ही सम्राट मिल गया। फकीर ने अपना पात्र उसके सामने कर दिया। सम्राट ने कहा, ‘क्या चाहते हो?’
पप्पी के घर में एक बड़ी फूलों की बाड़ी थी। बाड़ी में तरह तरह के रंग बिरंगे फूलों के अनेक पौधे लगे थे। गुलाब, चम्पा, चमेली, रात की रानी के फूलों की खुशबू से उनका सारा घर महकता रहता था।
एक बार ईरान के शाह ने नसीरूद्दीन को भारत का राजदूत नियुक्त कर, भारत जाने को कहा। इस खबर से नसीरूद्दीन से ईष्र्या रखने वाले दरबारी जल उठे, उन सबने सोचा, जैसे भी हो नसीरूद्दीन को नीचा दिखाना है।
एक था गधा, उसका नाम झब्बू था। वह सुबह-सुबह गन्दे कपड़ों का ढ़ेर पीठ पर लादकर नदी के घाट पर पहुँच जाता। दिन भर वह नदी किनारे घास चरता था फिर नदी के जल में ही अपना रूप निहारा करता।
एक गुरूजी गुरूकुल में बालकों को शिक्षा प्रदान किया करते थे। वहां बड़े-छोटे सभी घरों के बच्चे पढ़ते थे। शिष्यों की शिक्षा आज पूर्ण हो रही थी। सभी घर लौटने की तैयारी कर रहे थे कि तभी गुरू जी वहां आ गए।