Jungle Story: धन का अभाव
चंपक वन में जंबो हाथी की किराने की दुकान थी। एक दिन अचानक दुकान में आग लग गई। सारा सामान जल गया। कुछ भी नहीं बचा। नगद रूपए भी जल गए। जंबो ने बहुत से जानवरों को उधार दे रखे थे।
चंपक वन में जंबो हाथी की किराने की दुकान थी। एक दिन अचानक दुकान में आग लग गई। सारा सामान जल गया। कुछ भी नहीं बचा। नगद रूपए भी जल गए। जंबो ने बहुत से जानवरों को उधार दे रखे थे।
एक कंजूस के पास काफी धन था। लेकिन फिर भी वह संतुष्ट नहीं था। वह हर समय सोचा करता था कि और अधिक धन कैसे कमाया जाये? उस कंजूस का नाम हजारीमल था।
चंपक वन का राजा शेर सिंह और श्यामल भालू दोनों मित्र थे। दोनों की मित्रता इतनी गहरी थी कि बगैर एक दूसरे को देखे चैन नहीं पड़ता था। एक दिन श्यामल भालू, राजा शेर सिंह के पास नहीं जा सका।
तेंदुआ गांव में एक लड़का रहता था। उसका नाम था मूर्खा। वह बिल्कुल मूर्ख था। हमेशा मूर्खतापूर्ण काम करता था। इस कारण लोग उसे 'मूर्खा' कहकर पुकारते थे। उसकी मां मूर्ख के व्यवहार और बुद्धि से बहुत दुःखी रहा करती थी।
किसी गाँव मे एक साधु रहा करता था, वो जब भी नाचता तो बारिश होती थी। अतः गाँव के लोगों को जब भी बारिश की जरूरत होती थी, तो वे लोग साधु के पास जाते और उनसे अनुरोध करते कि वे नांचें।
मुल्ला नसीरूद्दीन ने एक आदमी से कुछ उधार लिया था। मुल्ला नसीरूद्दीन समय पर उधार चुका नहीं पाया और उस आदमी ने इसकी शिकायत बादशाह से कर दी। बादशाह ने मुल्ला को दरबार में बुलाया।
रोमा गिलहरी जाते-जाते अपने नटखट बेटे चुन्नू से बोली, “मैं भोजन की तलाश में बाहर जा रही हूं। तुम घर में ही रहना, बाहर मत निकलना झाड़ी के उस पार इंसानों की बस्ती है। वे हमारे लिए खतरनाक हैं"।