Stories Moral Story: अनजाने कर्म का फल एक राजा ब्राह्मणों को महल के आँगन में भोजन करा रहा था। राजा का रसोइयां खुले आँगन में भोजन पका रहा था।उसी समय एक चील अपने पंजे में एक जिंदा साँप को लेकर राजा के महल के ऊपर से गुजरी। By Lotpot 07 Dec 2023
Jungle World Jungle World: दक्षिण अमेरिका के सबसे बड़े देशी स्तनपायी हैं टैपिर इन दुर्लभ स्तनधारियों को अक्सर दरियाई घोड़े, सूअर या चींटीखोर समझ लिया जाता है, लेकिन उनके सबसे करीबी जीवित रिश्तेदार वास्तव में गैंडे और घोड़े हैं। टैपिर एक जीवित जीवाश्म हैं, वे इओसीन के समय से ही अस्तित्व में हैं। By Lotpot 07 Dec 2023
Comics Motu Patlu E-Comics: ये कैसा क्रिसमस ट्री दिसंबर का महीना चल रहा था, ठंड भी तेज़ हो रही थी। मोटू और पतलू दोनों पार्क से धुप सेंक कर आ रहे थे मगर रास्ते में उनको कुछ बच्चे मिलते हैं और वे सारे रो रहे थे। मोटू जल्दी से उन बच्चों के पास जाता है। By Lotpot 07 Dec 2023
Health Health: थाइराइड हार्मोन की भूमिका थाइराइड की समस्या एक साइलेंट किलर है जो वंशानुगत भी हो सकती है और थाइराइड ग्रंथि के ठीक से काम न करने पर भी हो सकती है। लेकिन उपचार न होने पर यह कई बीमारियों का कारण बन जाती है। By Lotpot 07 Dec 2023
Health Health: आइये जाने विटामिन डी का महत्व आज की सच्चाई है कि हमारे समाज में 80 फीसदी लोग विटामिन डी की कमी से जुझ रहे हैं। हमारे ऋषि-मुनियों ने भी ऐसे नियम बनाए, जिससे लोगों को सूरज की रोशनी से विटामिन डी मिलती रहे। By Lotpot 07 Dec 2023
Craft's Corner Craft Corner: दहन करें अपने हाथों से बनाये गए रावण का राक्षस राजा रावण के प्रत्येक सिर पर, आप एक नकारात्मक गुण लिख सकते हैं और बच्चों को उनसे दूर रहने या इनका अंत करने के बारे में बात कर सकते हैं। क्राफ्टिंग अच्छी आदतों को सिखाने का एक शानदार तरीका है। By Lotpot 06 Dec 2023
Stories Fun Story: बाबापुर की रामलीला हर वर्ष दशहरे से पूर्व काशी की नाटक मंडली विजयनगर आती थी। सामान्यतः वे राजा कृष्णदेव राय तथा विजयनगर की प्रजा के लिए रामलीला किया करते थे। परंतु एक बार राजा को सूचना मिली कि नाटक मंडली विजयनगर नहीं आ रही है। By Lotpot 06 Dec 2023
Find the Differences Games/Puzzles: अंतर ढूंढिए दिवाली का दिन था बिट्टू और मुन्नी दोनों बहुत ही खुश थे, और थोड़े उतावले भी। दोनों को घर में पूजा ख़तम होने का इंतज़ार था, क्यूंकि पूजा ख़तम होने के बाद ही बिट्टू अपने पटाखे जला सकता था। By Lotpot 06 Dec 2023