Motu Patlu E-Comics: बारिश करवा दो भगवान
गर्मी का मौसम चल रहा था। मोटू और पतलू दोनों की हालत गर्मी में बहुत बुरी हो गयी थी। वे दोनों बाहर निकल कर जोर जोर से चिल्ला रहे थे की भगवान बारिश करवा दीजिये, अगर बारिश नहीं हुई तो हम मर जाएंगे।
गर्मी का मौसम चल रहा था। मोटू और पतलू दोनों की हालत गर्मी में बहुत बुरी हो गयी थी। वे दोनों बाहर निकल कर जोर जोर से चिल्ला रहे थे की भगवान बारिश करवा दीजिये, अगर बारिश नहीं हुई तो हम मर जाएंगे।
भगवान बुद्ध के एक शिष्य ने एक दिन भगवान तथागत् के चरणों में प्रणाम किया और वह हाथ जोड़कर खड़ा हो गया। भगवान ने उससे पूछा- “तुम क्या चाहते हो?” शिष्य बोला- ''भगवन्! यदि आज्ञा दें, तो मैं देशाटन करना चाहता हूँ।''
उसका नाम वीर बहादुर था दुबली-पतली काया और नाटे कद का स्वामी वीर बहादुर राधेपुर गांव में रहता था। वह दुनिया में अकेला था न मां बाप। पत्नी और बच्चे भी नहीं, कोई कहता कि उसने शादी नहीं की तो कोई पत्नी के चल बसने की बात कहता।
किसी गांव में धनीराम नाम का एक किसान रहता था। बह 50 बीघा जमीन का मालिक था। उसका एक खेत मुख्य सड़क के किनारे पर था। उस खेत की फसल की रखवाली वह स्वयं करता था।
नया वर्ष आने में कुछ घंटे शेष थे। टी.वी. पर विभिन्न कार्यक्रम देख चुकने पर पिंकी पलंग पर जा लेटी पर आज रात उसे नींद नहीं आ रही थी। परिवार के और सदस्य धीरे-धीरे सोने लगे थे। बाहर पटाखों का धूम-धड़ाका अभी-अभी शांत हुआ था।
चंद्रशेखर आज़ाद (Chandra Shekhar Azad) का जन्म 23 जुलाई 1906 में भवरा गांव में पंडित सीताराम तिवारी और जगरानी देवी के घर ब्राह्मण परिवार में हुआ था। आज हम आपको उनकी जिन्दगी से जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें सुनाते हैं।