Motivational story: जोखिम बिना जीवन
विख्यात साहित्यकार मार्क ट्वेन की प्रसिद्ध उक्ति है, ‘आज से बीस साल बाद आप उन चीजों से ज्यादा मायूस होंगे जो आपने नहीं कीं, बजाय उन चीजों के जो आपने की हैं। इसलिए सारे सहारे फेंक दें, सुरक्षित किनारों को छोड़ दें।
विख्यात साहित्यकार मार्क ट्वेन की प्रसिद्ध उक्ति है, ‘आज से बीस साल बाद आप उन चीजों से ज्यादा मायूस होंगे जो आपने नहीं कीं, बजाय उन चीजों के जो आपने की हैं। इसलिए सारे सहारे फेंक दें, सुरक्षित किनारों को छोड़ दें।
स्वतंत्रता दिवस का एक दिन शेष था। विद्यालय में बच्चों ने दिनभर 15 अगस्त के कार्यक्रमों की तैयारी की। शशांक भी पूरे दिन की तैयारी से थक कर लौटा था। सोते समय वह माँ से कहने लगा- ‘माँ! मैं सोने के लिए जा रहा हूँ।
सुदामा भगवान कृष्ण के बचपन के मित्र थे। सुदामा का जन्म एक गरीब ब्राहमण परिवार में हुआ था वहीं श्री कृष्ण एक अमीर परिवार में पैदा हुए थे। पर उनकी दोस्ती में कभी भी अमीरी और गरीबी की वजह से दरार नहीं आई।
जेम्स थर्बर फौलादी इच्छाशक्ति के मालिक थे। कमज़ोर आँखों के बावजूद वे अपनी रचना और रेखांकन से औरों को नई दृष्टि दे जाते थे। दरअसल बचपन में खेल खेल ही में उनकी आँख में तीर चुभ गया था। बढ़ती उम्र के साथ वे लगभग दृष्टिहीन हो गए थे।
पिछले दिनों भारत ने लद्दाख में हेलिकाप्टर से दागी जाने वाले अपनी एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल 'हेलिना' का एक और सफल परिक्षण किया। भारत के डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (DRDO) ने इस सफल परीक्षण की जानकारी दी।
जैसा कि ‘हनीगाइड’ चिड़िया के नाम से ही पता चलता है कि इसका कोई न कोई संबंध हनी यानी शहद (मधु) से तो ज़रूर है। छोटे वर्ग की इस अफ्रीकन चिड़िया को शहद के बजाय मधुमोम खाना ज्यादा पसंद है।