बच्चों की हिंदी जंगल कहानी: असली खज़ाना
Web Stories : सुबह का समय था। चारों ओर चटक धूप फैली हुई थी। क्यों न हाथी के ढाबे पर चाय पी जाए। चीकू खरगोश ने सोचा और ढाबे की तरफ चल पड़ा। "नमस्ते एनी भाई" वह मुस्कुराते.
Web Stories : सुबह का समय था। चारों ओर चटक धूप फैली हुई थी। क्यों न हाथी के ढाबे पर चाय पी जाए। चीकू खरगोश ने सोचा और ढाबे की तरफ चल पड़ा। "नमस्ते एनी भाई" वह मुस्कुराते.
Web Stories: किसी जंगल में एक मक्खी और हाथी की मित्रता की बड़ी चर्चा थी। लेकिन जंगल के अधिकांश पशु-पक्षी उनकी मित्रता की बातों को सुनकर हंसते थे। कारण यह था कि मक्खी जब
मेरा एक दोस्त माॅंटी राॅबर्ट्स, जो सैन सिडरो में अपना एक पशु फार्म चलाता है। उसने अपना घर मुझे इस्तेमाल करने के लिए दिया,ताकी में वहां युवाओं के लिए कुछ इवेंट्स करवाकर पैसे उगाह सकूं।
यह कहानी शंकर की है, जो अपने पिता की हत्या का बदला लेने के लिए ठगों के पास जाता है। अंत में, शंकर अपने पिता के हत्यारों को ठगों की तरह ही नदी में डूबाकर उन्हें समाप्त कर देता है और काशीपुर लौटकर अपनी माँ को न्याय दिलाता है।
इस कहानी में बुछुआ नामक एक नौकर की कुशलता और दूरदर्शिता को दर्शाया गया है। इस कहानी से यह सिखने को मिलता है कि केवल आदेशों का पालन ही नहीं, बल्कि भविष्य की सोच भी महत्वपूर्ण है।
राजा महेन्द्र के कला समारोह में दो उत्कृष्ट कलाकारों की कृतियों के बीच चयन करना एक कठिन चुनौती बन गया। राजा ने कला के वास्तविक उत्कृष्टता की पहचान की और दूसरे कलाकार को सर्वोत्तम पुरस्कार से सम्मानित किया।
गांव के साप्ताहिक बाजार के बाहर एक व्यापारी अपने मिट्टी के बर्तन एक बोरे में भर रहा था। उसने ज्यादा से ज्यादा बर्तन उस बोरे मे ठूंस दिए कि तभी अचानक उसकी नजर एक मजदूर पर पड़ी।