हिंदी नैतिक कहानी: रानी की सोच राजस्थान की एक रियासत पर श्यामराज नाम का राजा राज करता था। वह जितना अधिक शक्तिशाली था, उतना ही अच्छा चित्रकार भी था। उसे नए-नए भवन बनवाकर उसमें चित्रकारी करने का शौक था। By Lotpot 29 May 2024 in Stories Moral Stories New Update रानी की सोच Listen to this article 0.75x 1x 1.5x 00:00 / 00:00 हिंदी नैतिक कहानी: रानी की सोच:- राजस्थान की एक रियासत पर श्यामराज नाम का राजा राज करता था। वह जितना अधिक शक्तिशाली था, उतना ही अच्छा चित्रकार भी था। उसे नए-नए भवन बनवाकर उसमें चित्रकारी करने का शौक था। श्यामराज जब युवा था, तो उसके विवाह के लिए अनेक जगह से प्रस्ताव आने लगे। बहुत सारे प्रस्ताव उसने ठुकरा दिए। (Moral Stories | Stories) एक दिन वह अपने मित्रों के साथ शिकार खेलने गया। जंगल में रास्ता भटक कर श्यामराज अपने साथियों से बिछुड़ गया। भटकते-भटकते उसे पहाड़ी पर एक किला दिखाई दिया। वह उस ओर चल दिया। किले में पहुंचते ही पहरेदारों ने उसे घेर लिया। वे श्यामराज को अपने मालिक के पास ले गए। उसका परिचय जान किलेदार ने उसका स्वागत किया। मेहमान बनाकर किले में रखा। किलेदार की एक बेटी थी। नाम था संगीता, उसे संगीत का बहुत शौक था। रोज सवेरे संगीत का अभ्यास करती थी। श्यामराज जब सुबह उठा, तो उसके कानों में मधुर संगीत की आवाज आई। उससे रहा न गया। वह पास के उस कमरे की ओर चल दिया, जहां से आवाज आ रही थी। वहां जाकर मुग्ध होकर किलेदार की बेटी का गाना सुनने लगा। संगीता ने आँखें उठाकर देखा, तो राजा को सामने खड़ा पाया। वह मुस्कुराने लगी। श्यामराज को संगीता गुणवती और शिक्षित लगी। उसने उससे विवाह करने की इच्छा प्रकट की। इस पर संगीता ने... श्यामराज को संगीता गुणवती और शिक्षित लगी। उसने उससे विवाह करने की इच्छा प्रकट की। इस पर संगीता ने एक शर्त रखी- "अगर आप मेरी पसंद के एक मंदिर में ऐसी चित्रकारी करवा देंगे जो मुझे पसंद आ जाए, तो मैं आपसे विवाह कर लूंगी"। (Moral Stories | Stories) राजा ने उसकी शर्त मान ली। फिर वह अपने, राज्य में चला आया। राजा ने राज्य के बड़े-बड़े कारीगरों को बुलाया। उनसे सलाह करने के बाद एक बड़ा शिव मंदिर बनवाने का निश्चय किया। मंदिर निर्माण करवाकर राजा खुद ही चित्रकारी करने लगा। जब मंदिर बन गया तो राजा को विश्वास हो गया कि अब संगीता उसे पसंद कर लेगी। संगीता को निमंत्रण दिया गया। वह आई, उसने मंदिर में चित्रकारी देखी तो उसे पसंद नहीं आया। इससे राजा बहुत दुःखी हुआ। राजा ने अब दूसरा मंदिर बनवाने का निश्चय कर, उसमें चित्रकारी करने का सोचा। इस बार राजा ने आस-पास कमरे भी बनवाए। मंदिर के पास ही बहुत बड़ा विद्यालय भी बनवाया। संगीता इस मंदिर को भी देखने आई। इस बार वह मंदिर देखकर बहुत प्रसन्न हुई। श्यामराज से विवाह करने को तैयार हो गई। दोनों का विवाह हो गया। दोनों सुख से रहने लगे। लेकिन संगीता की नए निर्माण की इच्छा अभी भी पूर्ण नहीं हुई थी। एक दिन उसने अपने पति से कहा- "आप एक ऐसा महल बनवाकर ऐसी चित्रकारी करें जो दूसरे राज्य में न हो"। राजा उसका कहना टाल न सका। उसने महल बनाने का हुक्म दे दिया। कारीगरों ने महल बनाना शुरू किया।चार वर्ष के बाद महल बनकर तैयार हो गया, तब राजा उसमें चित्रकारी करने लगा। चित्रकारी में भी एक साल पूरा लग गया। अब राजा-रानी दोनों देखने गए। संगमरमर का बना हुआ वह महल अद्भुत था। राजा उस महल को देखकर बहुत प्रसन्न हुआ। रानी को महल बिल्कुल पसंद नहीं आया था। (Moral Stories | Stories) सुनकर राजा को रानी पर बहुत क्रोध आया। जनता का इतना रूपया खर्च होने के बाद भी वह खुश नहीं थी। राजा ने रानी को महल में कैदी बनाकर रखने का हुक्म दे दिया। राजा की आज्ञा का पालन हुआ। रानी वहां बंदी बनकर रहने लगी। कुछ दिन बाद राजा के विचारों ने पलटा खाया। सोचने लगा- "रानी मूर्ख है, तो मैं मूर्ख क्यों बनूं? वह रानी से मिलने गया। राजा को देखकर संगीता रोने लगी बोली- "मैं किलेदार की बेटी हूं। आपने शादी का प्रस्ताव किया, तो मेरे मन में घमंड आ गया। घमंड के कारण मैंने बेकार ही राज्य का इतना रूपया महल बनवाने में खर्च किया। मैं सोचती थी आप आंख मूंदकर मेरी बातें मानते रहेंगे। जब आपने मेरी बात नहीं मानी, तो मेरी आंखे खुल गई। आप राजा पहले हैं पति बाद में। मुझे क्षमा करें। यह महल तो पहले भी अच्छा था और आज भी अच्छा है रानी बोली मुझे अलग किसी कोठरी में रहने दें। महल किसी और काम आएगा। रानी के कहने पर अब महल को तीर्थयात्रियों के लिए खोल दिया गया। (Moral Stories | Stories) lotpot | lotpot E-Comics | majedar bal kahani | Bal Kahani in Hindi | Best Hindi Bal kahani | Hindi Bal Kahaniyan | Bal Kahaniyan | Hindi Bal Kahani | kids hindi stories | Hindi Moral Story | short hindi moral story | kids hindi moral story | choti hindi kahani | short hindi stories for kids | short stories in Hindi | kids short stories in hindi | short stories for kids in hindi | short stories for kids | hindi short Stories | bachon ki moral story | bachon ki hindi kahani | bachon ki choti kahani | hindi naitik kahani | bachon ki kahaniyan | लोटपोट | लोटपोट ई-कॉमिक्स | मजेदार बाल कहानी | बच्चों की बाल कहानी | बाल कहानियां | हिंदी बाल कहानी | छोटी हिंदी प्रेरक कहानी | छोटी हिंदी कहानियाँ | बच्चों की छोटी हिंदी कहानी | छोटी हिंदी कहानी | हिंदी कहानियाँ | हिंदी कहानी | बच्चों की शिक्षाप्रद कहानी | बच्चों की कहानियाँ | बच्चों की हिंदी कहानी | बच्चों की मजेदार कहानी | बच्चों की हिंदी नैतिक कहानी यह भी पढ़ें:- बच्चों की नैतिक कहानी: गुरु का आशीर्वाद Moral Story: नासमझ चुन्नू Moral Story: भगवान का जन्म Moral Story: नव वर्ष का संकल्प #लोटपोट #हिंदी कहानी #Lotpot #Bal Kahaniyan #Hindi Bal Kahani #Hindi Moral Story #lotpot E-Comics #हिंदी बाल कहानी #हिंदी नैतिक कहानी #छोटी हिंदी कहानी #hindi short Stories #हिंदी कहानियाँ #kids hindi stories #Hindi Bal Kahaniyan #Best Hindi Bal kahani #बाल कहानियां #लोटपोट ई-कॉमिक्स #kids hindi moral story #short stories for kids #बच्चों की हिंदी नैतिक कहानी #बच्चों की मजेदार कहानी #short stories for kids in hindi #kids short stories in hindi #short stories in Hindi #बच्चों की हिंदी कहानी #छोटी हिंदी कहानियाँ #मजेदार बाल कहानी #Bal Kahani in Hindi #bachon ki hindi kahani #short hindi moral story #बच्चों की बाल कहानी #बच्चों की छोटी हिंदी कहानी #hindi naitik kahani #बच्चों की कहानियाँ #short hindi stories for kids #बच्चों की शिक्षाप्रद कहानी #छोटी हिंदी प्रेरक कहानी #majedar bal kahani #choti hindi kahani #bachon ki moral story #bachon ki choti kahani #bachon ki kahaniyan You May Also like Read the Next Article