जंगल कहानी - बूढ़ा बगुला और सर्प का उपाय
किसी जंगल में एक विशाल वृक्ष था, जहाँ बगुलों के कई परिवार रहते थे। उनका जीवन शांतिपूर्ण और सुखमय था। लेकिन, उसी पेड़ के एक कोटर में एक विषैला काला सांप भी रहता था।
किसी जंगल में एक विशाल वृक्ष था, जहाँ बगुलों के कई परिवार रहते थे। उनका जीवन शांतिपूर्ण और सुखमय था। लेकिन, उसी पेड़ के एक कोटर में एक विषैला काला सांप भी रहता था।
प्राचीन काल की बात है। गौतम बुद्ध एक गाँव से गुजर रहे थे। उन्हें देखकर गाँव के कुछ लोग उनका उपहास करने लगे। उनकी वेशभूषा देखकर उन्होंने ताने मारे और अपमानजनक बातें कही।
एक समय की बात है। एक गांव में कुछ मजदूर पत्थर के खंभों को तराशने का काम कर रहे थे। उसी समय, एक संत वहां से गुजरे। उन्होंने एक मजदूर से पूछा, "भाई, यहां क्या बन रहा है?
एक घने जंगल में मोती नाम का एक बंदर रहता था। मोती बहुत चालाक और फुर्तीला था, लेकिन उसमें एक खामी थी—लालच। उसके लालच की वजह से जंगल के बाकी जानवर उससे दूर रहते थे।
जंगल में टिंकू नाम का एक शरारती खरगोश रहता था। टिंकू हमेशा अपनी शरारतों के लिए मशहूर था और नन्हे जानवरों को तंग करना उसकी आदत बन चुकी थी। एक दिन टिंकू ने मुर्गी के छोटे बच्चे को आवाज लगाई
मुल्ला नसरुद्दीन के जीवन में एक ऐसा समय आया जब हालात इतने खराब हो गए कि उनके पास खाने के लिए भी पैसे नहीं बचे। उन्होंने बहुत सोचा और आखिरकार यह फैसला किया
यह कहानी महान दार्शनिक सुकरात के जीवन से जुड़ी है। एक दिन उनके पास एक व्यक्ति आया और कहा, "मैं आपके दोस्त के बारे में कुछ बताना चाहता हूं।" सुकरात ने उसे रोका और कहा, "पहले मैं तुमसे एक छोटा परीक्षण करूंगा