Motivational Story: दिमाग लगाया त्योहार मनाया
दिवाली आने वाली थी विजयनगर राज्य में दीवाली को मनाने की तैयारियां पूरे जोर-शोर से चल रही थी। हर तरफ मिठाइयों की दुकानें सज गई थीं। ऐसे में एक समस्या आन खड़ी हुई।
दिवाली आने वाली थी विजयनगर राज्य में दीवाली को मनाने की तैयारियां पूरे जोर-शोर से चल रही थी। हर तरफ मिठाइयों की दुकानें सज गई थीं। ऐसे में एक समस्या आन खड़ी हुई।
राहुल एक बेहद नेकदिल न्यूज़ पेपर डिलीवरी बॉय था। हर सुबह ठीक सात बजे, वह घर घर जाकर सबके मेल बॉक्स में समाचार पत्र डालता और फिर अपने घर लौटकर कॉलेज जाने की तैयारी करता था।
एक समय की बात है जब कमल, कैटी और कोमल नाम की तीन सुंदर राजकुमारियाँ रहती थीं। कमल तीन साल की थी, कैटी पांच वर्ष की और कोमल 8 साल की थी। वह राजमहल में बहुत सारे सेवक, नौकर, बावर्ची और अलग अलग लोगों के साथ रहती थीं।
एक दिन एक आदमी एक दुकान पर रुका। वह वहां से अपनी मां के लिए फूल खरीदना चाहता था, जो वह कुरियर के जरिए भेजना चाहता था क्योंकि उसकी मां 250 किलोमीटर दूर रहती थी।
दक्षिण उड़ीसा के एक छोटे से गांव में एक लकड़हारा रहता था। एक दिन जब वह जंगल में लकड़ी काटने जा रहा था तब उसे एक बाघ मिला। लकड़हारा जंगल के इस राजा को देखकर रुक गया, लेकिन हैरानी यह हुई कि लकड़हारे को देखकर भी बाघ दहाड़ा नहीं, वह शांत रहा।
एक दिन एक आदमी अपने गधे पर दो गेहूं की बोरी रखकर बाज़ार की तरफ जा रहा था। थोड़े समय बाद वह थक गया था और आराम करने के लिए वह पेड़ के नीचे बैठ गया। जब वह सोकर उठा तो उसे अपना गधा नहीं दिखा और उसने इधर उधर अपने गधे को ढूंढना शुरू किया।
चारों ओर सुंदर वन में उदासी छाई हुई थी। वन को अज्ञात बीमारी ने घेर लिया था। वन के लगभग सभी जानवर इस बीमारी के कारण अपने परिवार का कोई न कोई सदस्य गवां चुके थे।