Motivational Story: प्रयास से सफलता
महान दार्शनिक सुकरात के पास एक बार एक नौजवान लड़का आया। इस लड़के ने सुकरात से पूछा, ‘कृपया बताएं, सफलता का रहस्य क्या है? वह लड़के की बात सुनकर थोड़ी देर चुप रहे फिर उन्होंने कहा, ‘मैं तुम्हें इसका उत्तर कल दूँगा।
महान दार्शनिक सुकरात के पास एक बार एक नौजवान लड़का आया। इस लड़के ने सुकरात से पूछा, ‘कृपया बताएं, सफलता का रहस्य क्या है? वह लड़के की बात सुनकर थोड़ी देर चुप रहे फिर उन्होंने कहा, ‘मैं तुम्हें इसका उत्तर कल दूँगा।
एक था किसान, उसके दो पुत्र थे। थोड़ी सी जमीन थी उसके पास, जिसके बल बूते पर उसने अपने परिवार का पेट पाला था। और इसके अतिरिक्त कुछ थोड़ा बहुत धन भी बचाया था।वह किसान बहुत ही मेहनती था।
सुन्दर वन में एक छोटी सी पहाड़ी पर दस वृक्ष पास पास थे। ये दस पेड़ अलग-अलग किस्म के थे इनमें एक पेड़ पीपल का भी था। पास के गाँव की नारियाँ रोज़ पीपल की पूजा करने आती थीं नीम का वृक्ष यह सब देखता तो जल भुन जाता।
एक बार ईरान के शाह ने नसीरूद्दीन को भारत का राजदूत नियुक्त कर, भारत जाने को कहा। इस खबर से नसीरूद्दीन से ईष्र्या रखने वाले दरबारी जल उठे, उन सबने सोचा, जैसे भी हो नसीरूद्दीन को नीचा दिखाना है।
एक था गधा, उसका नाम झब्बू था। वह सुबह-सुबह गन्दे कपड़ों का ढ़ेर पीठ पर लादकर नदी के घाट पर पहुँच जाता। दिन भर वह नदी किनारे घास चरता था फिर नदी के जल में ही अपना रूप निहारा करता।
एक बार की बात है, दो जुड़वा पोलर बेयर थे। माँ की देख -रेख में दोनों के दिन अच्छे गुजर रहे थे कि एक दिन माँ ने ऐलान कर दिया, ‘‘कल से तुम्हे खुद अपना ख्याल रखना होगा।
एक संत को अपना भव्य आश्रम बनाने के लिए धन की जरूरत पड़ी। वह अपने शिष्य को साथ लेकर धन जुटाने के लिए लोगों के पास गए। घूमते-घूमते वह सूफी संत राबिया की कुटिया में पहुँचे।