Stories Fun Story: बंटी की आइसक्रीम बंटी आज जब स्कूल से आया तो फिर उसने घर पर ताला देखा। घर की सीढ़ियों पर वह अपना बैग रख कर बैठ गया। उसे भूख लगी थी और वह थका हुआ भी था। वह सोचने लगा, काश मेरी माँ भी राजू की माँ की तरह ही घर पर ही होती। By Lotpot 02 Feb 2024
Stories Motivational Story: चमत्कारी तावीज़ किसी गांव में राम नाम का एक नवयुवक रहता था। वह बहुत मेहनती था, पर हमेशा अपने मन में एक शंका लिए रहता कि वो अपने कार्यक्षेत्र में सफल होगा या नहीं। कभी-कभी वो इसी शंका के कारण आवेश में आ जाता। By Lotpot 02 Feb 2024
Stories Moral Story: समझौता और कड़ी मेहनत का मोल एक उच्च शिक्षा प्राप्त युवक एक बड़ी कम्पनी में नौकरी के लिये गया। वह पहले साक्षात्कार में सफल हो गया। कम्पनी के निर्देशक ने उसे अन्तिम साक्षात्कार के लिए बुलाया। युवक एक प्रतिभाशाली छात्र रहा था। By Lotpot 02 Feb 2024
Stories Moral Story: धोबी का गधा किसी दूर गाँव में एक धोबी रहता था। धोबी रोज़ लोगों के घर-घर जाता और लोगों के गंदे कपड़े धोने के लिए लेकर आता था। धोबी के पास एक गधा था जिस पर वो कपड़े लादकर लाया और ले जाया करता था। By Lotpot 01 Feb 2024
Stories Motivational Story: ईश्वर को मत कोसो बहादुर सिंह गाँव के संपन्न किसानों में से एक थे। भरा पूरा घर था, किसी चीज़ की कमी ना थी। कमी थी तो बस एक चीज की, भगवान ने जितना दिया उससे कभी खुश नहीं रहते थे। बहादुर सिंह को हमेशा भगवान से यही शिकायत रहती थी। By Lotpot 01 Feb 2024
Stories Moral Story: कहां से आया जूता एक राजा था, उसका एक बड़ा-सा राज्य था। एक दिन उसे देश घूमने का विचार आया और उसने देश भ्रमण की योजना बनाई और घूमने निकल पड़ा। जब वह यात्रा से लौट कर अपने महल आया। By Lotpot 01 Feb 2024
Stories Moral Story: तीन गुड़िया एक ज्ञानी ने राजकुमार को तीन छोटी गुड़ियों का सेट तोहफे के रूप में दिया। राजकुमार उस तोहफे को देखकर हैरान हुआ और उसने पूछा, ‘क्या मैं लड़की हूं जो आप मुझे यह गुड़ियाँ दे रहे हैं?’ By Lotpot 31 Jan 2024
Stories Fun Story: एक उदास गांव एक समय की बात है जब भारत के एक गांव का नाम उदास था। वह डल नदी के पास स्थ्ति था। उदास गांव के रहने वाले लोग कभी भी हंसते नहीं थे। इस गांव के बच्चे भी कभी नहीं हंसे थे। बच्चे सिर्फ स्कूल जाते थे। By Lotpot 31 Jan 2024
Stories Moral Story: मैंने झूठ बोला था एक बालक था, नाम था उसका राम। उसके पिता बहुत बड़े पंडित थे। वह बहुत दिन जीवित नहीं रहे। उनकी मृत्यु के बाद राम की माँ अपने भाई के पास आकर रहने लगी। वह एकदम अनपढ़ थे। ऐसे ही पूजा-पाठ का ढोंग करके जीविका चलाते थे। By Lotpot 31 Jan 2024