Fun Story: भील सरदार की करामात
अकबर की सेना के साथ युद्ध करते समय महाराणा प्रताप बुरी तरह घायल हो गये थे। अरावली के गहरे वनों में झोपड़ी में महाराणा घावों के दर्द से कराह रहे थे। भील जाति का चिकित्सक गजराज सिंह उनकी चिकित्सा कर रहा था।
अकबर की सेना के साथ युद्ध करते समय महाराणा प्रताप बुरी तरह घायल हो गये थे। अरावली के गहरे वनों में झोपड़ी में महाराणा घावों के दर्द से कराह रहे थे। भील जाति का चिकित्सक गजराज सिंह उनकी चिकित्सा कर रहा था।
एक राजा था। वह बड़ा सनकी था। उसे यदि किसी व्यक्ति पर गुस्सा आता, तो उसे रातभर बर्फ जैसे ठंडे पानी में खड़े होने की सजा दे देता। एक दिन उसे किसी बात पर अपने महामंत्री पर गुस्सा आ गया।
एक दिन बीरबल दरबार में उपस्थित नहीं थे। ऐसे में बीरबल से जलने वाले सभी सभासद बीरबल के खिलाफ बादशाह अकबर के कान भर रहे थे। अक्सर ऐसा ही होता था, जब भी बीरबल दरबार में उपस्थित नहीं होते थे, तभी दरबारियों को मौका मिल जाता था।
एक दिन बहुत ज़ोरों की बारिश हो रही थी और बारिश रुक नहीं रही थी। हर कोई अपने घर में बोर हो रहा था। तभी गीती बोली, ‘काश! हम कुछ कर सकते।’ विक्की बोला, ‘हमारे साथ कभी कुछ अलग नहीं हुआ है।’
एक मोची था, जो दिन रात पूरी ईमानदारी के साथ काम करता था। वह मोची बहुत मेहनती था। लेकिन इतनी मेहनत करने के बाद भी वह ज़्यादा पैसे नहीं कमा पाता था। उसके पास जूतों की जोड़ी बनाने के लिए बहुत कम चमड़ा था।
मनजीत के घर में चुनमुन की मीटिंग चल रही थी कि अचानक किशोर अंकल सबको छकाते हुए वहाँ आ पहुँचे, किशोर अंकल को अपने बीच पाकर क्लब के सभी सदस्य हक्का-बक्का रह गये अतः मंटू पूछ ही बैठा- ‘अंकल, आप और यहाँ।’
शोभन अपने पिता के पास गया जो काम करने के लिए निकल ही रहे थे। उसने कहा, ‘पापा, पापा’ आपके बाद जीतू चाचा मेरे सबसे प्रिय मित्र हैं।’ ‘वह ठीक है, लेकिन उन्होंने क्या किया है?’