बाल कहानी : रवि और उसकी मेहनत
एक छोटी से कालोनी में रवि नाम का एक होशियार लड़का रहता था। रवि पढ़ाई में बहुत अच्छा था, लेकिन उसे मेहनत करने में बिल्कुल दिलचस्पी नहीं थी। वह हमेशा अपने दोस्तों से कहता,
एक छोटी से कालोनी में रवि नाम का एक होशियार लड़का रहता था। रवि पढ़ाई में बहुत अच्छा था, लेकिन उसे मेहनत करने में बिल्कुल दिलचस्पी नहीं थी। वह हमेशा अपने दोस्तों से कहता,
उस का नाम विद्यासागर था किन्तु उस के सहपाठी उसे विघू कह कर पुकारते थे। विद्यालय के अधिकतर छात्र अमीर परिवारों के थे। विद्यासागर एक किसान का बेटा था उस ने अपने गांव के प्राथमिक विद्यालय से बहुत अच्छे अंक प्राप्त कर परीक्षा पास की थी।
ह कहानी सूरज नाम के एक लड़के की है जो एक छोटे से गाँव में रहता था। सूरज एक बहुत ही खुशमिजाज़ बच्चा था जिसे हँसना-हँसाना और मज़ाक करना बहुत पसंद था। वह अपने दोस्तों के साथ खेलने में बहुत समय बिताता था।
दरवाजे पर दस्तक हुई। गौरी दरवाजा खोलने में हिचकिचा रही थी क्योंकि वो घर में अकेली थी। उसका पति शंकर घर से कहीं बाहर गया था और तीन दिन बाद वापिस आने वाला था।
Detective children's story: इस्पेक्टर हंसराज जैसे ही पुलिस स्टेशन पर पहुँचे तो उन्हें फोन आया कि जौहरी बाजार में सेठ हीरालाल की हत्या हो गई। सूचना मिलते ही पुलिस इंस्पेक्टर अपने दलबल के साथ वारदात वाले स्थान पर पहुँच गए। किन्तु हत्यारों ने इतनी सफाई और चालाकी के साथ सेठजी की हत्या की कि उन्होंने वहाँ अपना कोई सुराग नहीं छोड़ा। अपने साथ वे लाखों रूपयों के हीरे जवाहरात भी ले गए।