Stories हिंदी नैतिक कहानी: मेहनत की कमाई में ही सुख है पुरानी बात है, सुन्दरनगर नाम का एक गांव था वहां के अधिकतर लोग खेती बाड़ी करते थे। स्त्री-पुरूष सभी बड़ी धार्मिक प्रवृत्ति के थे। आपस में मिलजुल कर औैर बड़े प्रेम भाव से रहते थे। By Lotpot 19 Jun 2024
Stories हिंदी प्रेरक कहानी: प्रार्थना और भगवान डॉण मार्क एक प्रसिद्ध कैंसर स्पैश्लिस्ट थे, एक बार किसी सम्मेलन में भाग लेने के लिए किसी दूर के शहर जा रहे थे। वहां उनको उनकी नई मैडिकल रिसर्च के महान कार्य के लिए पुरस्कृत किया जाना था। By Lotpot 18 Jun 2024
Stories हिंदी नैतिक कहानी: धन का मोल एक सेठ था वह बड़ा ही कंजूस था जीवन में उसने बहुत धन कमाया पर कौड़ी-कौड़ी दांत में दबाकर रखी। कभी किसी को एक भी पैसा नहीं दिया। यहां तक कि अपने बीवी बच्चों को भी पैसे को हाथ न लगाने दिया। By Lotpot 18 Jun 2024
Stories हिंदी नैतिक कहानी: आत्मविश्वास विजय अपने माता-पिता के साथ सुजानगढ़ में रहता था। वह अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था। वह बहुत शरारती था। पढ़ने से वह हमेशा जी चुराता था। पढ़ाई की वजह से वह स्कूल से कई बार भाग भी जाता था। By Lotpot 15 Jun 2024
Stories हिंदी जंगल कहानी: मक्खी और हाथी किसी जंगल में एक मक्खी और हाथी की मित्रता की बड़ी चर्चा थी। लेकिन जंगल के अधिकांश पशु-पक्षी उनकी मित्रता की बातों को सुनकर हंसते थे। कारण यह था कि मक्खी जब भी हाथी से मिलती थी। By Lotpot 14 Jun 2024
Stories हिंदी जंगल कहानी: गीदड़ की होशियारी चितवन जंगल में एक गीदड़ राह करता था। उसकी यह प्रतिदिन की आदत थी कि वह खूब तड़के जाग जाता और हवाखोरी के लिए निकल पड़ता। सुबह की ताजी हवा उसके शरीर में स्फूर्ति भरती और वह पूरे दिन तरोताज़ा रहता। By Lotpot 10 Jun 2024
Stories हिंदी प्रेरक कहानी: अत्याचार का प्रतीक करीब तीन सौ वर्ष पहले की बात है। गढ़वाल के पूर्वी क्षेत्र खैरागढ़ में राजा भानशाही का शासन था। राजा सदैव प्रजा के हित का ध्यान रखता था, अत: उसकी प्रजा बहुत सुखी और प्रसन्न थी। By Lotpot 05 Jun 2024
Stories हिंदी जंगल कहानी: मन की बात कालू भालू बहुत ही साधारण दिखने वाला भालू था। उसके पिता मालू भालू जंगल में व्यापार करते थे, एक बार वे बहुत ही बीमार हो गए। तब व्यापार चलाने के लिए कालू को जाना पड़ा। By Lotpot 04 Jun 2024
Stories हिंदी प्रेरक कहानी: सुखी कौन किसी इलाके में एक जमींदार रहता था। उसके पास अपार धन-सम्पत्ति थी। जमीदार के दो पत्नियां थीं, माधवी और सुनंदा। माधवी से जमींदार के पांच पुत्र हुए- अमल, श्वेत, पलक, धीर और त्यागी। By Lotpot 31 May 2024