हिंदी मजेदार कहानी: मुन्ना मियां का इम्तिहान दोस्तों यूं तो इस घटना को बीते अनेक साल हो चुके हैं लेकिन हर साल इम्तिहान का मौसम आते ही यह घटना याद आ जाती है और मन लोटपोट हो जाता है। उस स्कूल में जब हमने दाखिल लिया और पहले दिन क्लास में पहुंचे। By Lotpot 08 Jun 2024 in Stories Fun Stories New Update मुन्ना मियां का इम्तिहान Listen to this article 0.75x 1x 1.5x 00:00 / 00:00 हिंदी मजेदार कहानी: मुन्ना मियां का इम्तिहान:- दोस्तों यूं तो इस घटना को बीते अनेक साल हो चुके हैं लेकिन हर साल इम्तिहान का मौसम आते ही यह घटना याद आ जाती है और मन लोटपोट हो जाता है। उस स्कूल में जब हमने दाखिल लिया और पहले दिन क्लास में पहुंचे तो सबसे पले मुन्ना मियां ने हमारा ध्यान आकर्षित किया। उनका असली नाम तो शायद स्कूल के रिकार्ड में दर्ज होगा लेकिन वह इसी नाम से मशहूर थे। (Fun Stories | Stories) वह क्लास के सारे बच्चों से अपने को अलग समझते थे। और अपने को शाही खानदान का बताते थे। शहर में एक बड़ी सी हवेली में रहते थे तथा हवेली से स्कूल एक सजे टांगे में आते थे। उनको सड़क की धूल-गर्द से बचाने के लिए तांगा तीन तरफ से ढका रहता था। उनके साथ नौकर-चाकरों की एक पूरी फौज चलती थी जो उन्हें बड़े सम्मान से ‘प्रिंस’ कहती थी। उनको एक छींक आते ही सारे नौकर परेशान हो जाते थे। मुन्ना मियां के घर वाले उनकी सेहत का पूरा ख्याल रखते थे। इंटरवल की घंटी बजते ही उनके सबसे पुराने और वफादार नौकर जुम्मन मियां उनके लिये मेवे और काजू लेकर हाजिर हो जाते थे और बाकी नौकरों को कहते थे- “नन्ही सी जान और उस पर पढ़ाई का इतना बोझ, सरकार! दिमाग पर ज्यादा बोझ मत डाला किजिए...., मेवे हाजिर हैं”। छुट्टी की घंटी बजते ही जुम्मन मियां फिर हाजिर हो जाते और चिंता करते- “उफ, पढाई का इतना बोझ, आज हवेली पहुंच कर बादाम के तेल की मालिश करनी पड़ेगी, दिमाग को तरावट मिलती है”। इतना कहकर फलों की टोकरी उनके आगे कर देते और मुन्ना मियाँ उन पर हाथ साफ करने लगते। (Fun Stories | Stories) जुम्मन मियां की देखा-देखी बाकी नौकर भी हां में हां मिलाते हुए कहते- “अपने प्रिंस पढ़ाई के बोझ से बेचारे कितने... जुम्मन मियां की देखा-देखी बाकी नौकर भी हां में हां मिलाते हुए कहते- “अपने प्रिंस पढ़ाई के बोझ से बेचारे कितने दुबले हो गये हैं”। जबकि असलियत में मुन्ना मियां इतने गोल थे कि सड़क पर चलने पर ऐसा लगता था जैसे फुटबाल उछलती जा रही हो। नवाबी ठाठ-बाट और ऐशो-आराम ने मुन्ना मियां को आलसी बना दिया था और पढ़ाई में वह बिल्कुल जीरो थे। क्लास में पूरा समय नींद में रहा करते थे जिसे सिर्फ इंटरवल और छुट्टी की घंटी ही तोड़ पाती थी। इसी तरह दिन बीतते जा रहे थे कि सालाना इम्तिहान आ पहुंचे। साल भर तो मुन्ना मियां ने कोई पढ़ाई नहीं की थी इसलिए इम्तिहान के नाम से उनकी सिद्टी-पिट्टी गुम थी। इम्तिहान की सुबह उनकी तैयारी देखने वाली थी। नहा-धोकर चमकदार शाही कपड़े पहनाकर उन्हें तैयार किया गया। उनकी बांह पर ताबीज बांधकर उनकी अम्मी ने इम्तिहान में कामयाबी की दुआ की। इसके बाद ढेर सारे माल असबाब और नौकरों की फौज के साथ वह तांगे पर इस शान से बैठे गोया सिकन्दर महान दुनिया जीतने निकला हो। (Fun Stories | Stories) इम्तिहान हॉल में जैसे ही पर्चा बांठा गया उसे पढ़ते ही मुन्ना मियां को दिन में तारे दिखाई देने लगे। आखिर साल भर कुछ पढ़ा होता तो पेपर समझ में भी आता। खैर, हिम्मत बटोर कर कमरे के बाहर खड़े जुम्मन मियां को पुकारा। जुम्मन मियां ने तुरंत रेशमी रूमाल से उसका पसीना पोछा और कंधे से लटके एक थर्मस से ठंडा पानी दिया। इसके बाद दूसरे थर्मस से निकाल कर गर्म कॉफी पेश की। थोड़ी-थोड़ी देर बाद जुम्मन मियां मुन्ना मियां को कुछ न कुछ पेश करते रहे। यह सिलसिला पूरे इम्तिहान तक ऐसे ही चलता रहा और मुन्ना मियां को इम्तिहान के पेपर में लिखे काले अक्षर भैंस सरीखे नजर आते रहे। आखिरकार रिजल्ट का दिन आ गया। वह पूरी शान-शौकत के साथ स्कूल पहुंचे और रिजल्ट में हर सबजेक्ट में जीरो की फौज लेकर घर पहुंचे। उस दिन वह बहुत मायूस और उदास थे। उनको खुद पर गुस्सा भी आ रहा था। उनकी यह हालत देखकर उनके वालिद (पिता) साहब ने उनकी हिम्मत बंधायी और जिन्दगी में तालीम और इल्म (ज्ञान) की अहमियत बतायी। मुन्ना मियां ने उसी दिन से कसम खायी कि अगले साल वह कड़ी मेहनत करके अच्छे अंक से पास होकर दिखायेगा। उनकी आंखे खुल गईं थीं। (Fun Stories | Stories) lotpot | lotpot E-Comics | majedar bal kahani | Bal Kahani in Hindi | Best Hindi Bal kahani | Hindi Bal Kahaniyan | bal kahani | bachon ki hindi kahaniyan | Hindi kahaniyan | kids hindi kahaniyan | Hindi Fun Story | Kids Hindi Fun Story | short hindi stories for kids | short fun story | short fun story in hindi | short stories in Hindi | kids short stories in hindi | short stories for kids in hindi | kids hindi fun stories | Hindi fun stories | best hindi fun stories in hindi | choti majedar hindi kahani | choti hindi kahani | bachon ki hindi kahani | लोटपोट ई-कॉमिक्स | मज़ेदार बाल कहानी | मजेदार बाल कहानी | बच्चों की बाल कहानी | बाल कहानियां | हिंदी बाल कहानियाँ | हिंदी बाल कहानी | बच्चों की हिंदी कहानी | बच्चों की हिंदी कहानियाँ | बच्चों की हिंदी मज़ेदार कहानी | छोटी शिक्षाप्रद कहानी | मज़ेदार छोटी कहानी | मजेदार छोटी हिंदी कहानी | बच्चों की छोटी कहानी | छोटी हिंदी कहानियाँ | मजेदार हिंदी कहानी | छोटी कहानी यह भी पढ़ें:- हिंदी मजेदार कहानी: गुणनिधी पर शिव कृपा बच्चों की मजेदार हिंदी कहानी: चोरी की खीर Fun Story: वान और मेंग Fun Story: मूर्खों की नगरी #मज़ेदार बाल कहानी #bachon ki hindi kahaniyan #छोटी हिंदी कहानियाँ #बच्चों की हिंदी कहानी #छोटी कहानी #choti majedar hindi kahani #मजेदार छोटी हिंदी कहानी #Best Hindi Bal kahani #choti hindi kahani #short stories in Hindi #हिंदी मजेदार कहानी #बच्चों की छोटी कहानी #बाल कहानियां #Bal Kahani in Hindi #kids hindi fun stories #lotpot E-Comics #kids short stories in hindi #short stories for kids in hindi #लोटपोट #बच्चों की बाल कहानी #बच्चों की हिंदी मज़ेदार कहानी #मजेदार हिंदी कहानी #हिंदी बाल कहानी #Kids Hindi Fun Story #बच्चों की हिंदी कहानियाँ #Hindi Bal Kahaniyan #Hindi fun stories #मज़ेदार छोटी कहानी #मजेदार बाल कहानी #हिंदी बाल कहानियाँ #bachon ki hindi kahani #लोटपोट ई-कॉमिक्स #Hindi kahaniyan #छोटी शिक्षाप्रद कहानी #majedar bal kahani #short fun story #Bal kahani #short fun story in hindi #short hindi stories for kids #kids hindi kahaniyan #Hindi Fun Story #best hindi fun stories in hindi #Lotpot You May Also like Read the Next Article