Moral Story: मनोबल से मुकाबला
स्वामी विवेकानन्द उन दिनों बालक ही थे। सत्य की खोज में वे घर से निकलकर नगर-नगर घूम रहे थे घूमते-घूमते वे काशी जा पहुँचे वहाँ मन्दिरों में घूमते हुए वे एक दिन नगर से बहुत दूर निकल गए।
स्वामी विवेकानन्द उन दिनों बालक ही थे। सत्य की खोज में वे घर से निकलकर नगर-नगर घूम रहे थे घूमते-घूमते वे काशी जा पहुँचे वहाँ मन्दिरों में घूमते हुए वे एक दिन नगर से बहुत दूर निकल गए।
दरियाई घोड़े का शरीर जलीय जीवन के लिए उपयुक्त है। उनकी आंखें, कान और नाक उनके सिर के शीर्ष पर स्थित हैं, इसलिए वे ज्यादातर पानी में डूबे रहने के दौरान देखने, सुनने और सांस लेने में सक्षम होते हैं।
भगवान शिव के द्वादश ज्योतिर्लिगों में से एक मल्लिकार्जुन भगवान हैं, जो श्री शैल पर्वत पर निवास करते हैं। यहाँ पर त्रिपुरासुर का वध कर भगवान शिव त्रिपुरारी कहलाए।
इस लेख में आज आपको कुछ ऐसी रोचक जानकारी पढ़ने को मिलेंगी जो की कभी न कभी आपने सोचा होगा की आखिर ऐसा क्यूँ होता है। तो आज इस लेख में आप सभी को अपने उस क्यों का जवाब मिल जाएगा।
मानव शरीर के लिए खाना जितना ज़रूरी है उतना ही ज़रूरी कसरत करना भी है, क्यूंकि बिना कसरत के शरीर में स्फूर्ति और ताज़गी आना मुमकिन नहीं है। जिस प्रकार खाना खाने से हमे ताकत मिलती है...
अधिकांश पक्षी अंडे देने से पहले घोंसले बनाते हैं। यह घोंसले अनेक प्रकार के होते हैं। सभी पक्षी घोंसला बनाने के लिए ऊंचे या छिपे हुए स्थानों का चुनाव करते हैं ताकि अंडे और छोटी चिड़िया शिकारी जानवरों से सुरक्षित रह सकें।