बच्चों की हिंदी नैतिक कहानी: इनाम का लालच

बादशाह का दरबार लगा हुआ था, सभी दरबारियों के साथ बीरबल भी बैठे थे। तभी किसी ने आकर बीरबल को भोजन के लिए आमंत्रित किया, बादशाह की आज्ञा लेकर बीरबल दावत पर जा पहुंचे।

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इनाम का लालच

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बच्चों की हिंदी नैतिक कहानी: इनाम का लालच:- बादशाह का दरबार लगा हुआ था, सभी दरबारियों के साथ बीरबल भी बैठे थे। तभी किसी ने आकर बीरबल को भोजन के लिए आमंत्रित किया, बादशाह की आज्ञा लेकर बीरबल दावत पर जा पहुंचे। दूसरे दिन बादशाह ने जानना चाहा कि दावत में कौन-कौन से व्यंजन शामिल किये गये थे? (Moral Stories | Stories)

बीरबल एक एक व्यंजन गिनाने लगे कि तभी बादशाह को कोई आवश्यक काम आ पड़ा, बात बीच में हो अधूरी रह गई। कुछ दिनों बाद बादशाह बीरबल से बोले- "अजी उस दिन तुम दावत के व्यंजन गिना रहे थे। पर बात बीच में अधूरी रह गई थी। उसके बाद तुमने क्या खाया था?" बीरबल को कुछ याद न आ रहा था, पर वे तो हाजिर जवाब थे सो तपाक से बोल पड़े- "उसके बाद हुजूर मैंने कढ़ी खायी थी?

बादशाह बीरबल की बुद्धिमत्ता पर खुश हो उठे उन्होंने अपने गले मे पड़ा मोतियों का हार उतार कर...

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बादशाह बीरबल की बुद्धिमत्ता पर खुश हो उठे उन्होंने अपने गले मे पड़ा मोतियों का हार उतार कर बीरबल को पहना दिया।
दूसरे दिन दरबार में सभी लोग बैठे हुए थे तभी कुछ दरबारी सिर पर घड़ा उठाकर आते हुए नजर आये बादशाह बोले यह क्या है? (Moral Stories | Stories)

दरबारी बोले- "आप के लिए हम कढ़ी लाए हैं। 

बादशाह बिगड़ते हुए बोले- "तुम लोगों से किसने कहा कि मुझे कढ़ी पसंद है?

दरबारी बोले हुजूर! कल कढ़ी की बात सुनकर ही आपने बीरबल को मोतियों का हार इनाम मे दे डाला था। हम लोगों ने समझा कि आपको कढ़ी बेहद पसंद है? बादशाह और भी नाराज होते होए बोले- "बेवकफों! बगैर किसी बात को अच्छी तरह से समझे कभी कोई काम नहीं करना चाहिए जाओ, तुम सबको कैद की सजा दी जाती है?"

बादशाह के लिए कढ़ी का घड़ा लाने वाले दरबारियों के समक्ष मुसीबत की घड़ी आ गई थी। वे बोले- 'हाय अल्लाह! इसी को कहते हैं आ बैल मुझे मार! इनाम का लालच हमें ले डूबा? वे सब बादशाह से माफी मांगते हुए बोले- जहांपनाह! इस बार माफ कर दें। आइंदा से ऐसी बेवकूफी कभी नहीं करेंगे। बादशाह ने उन सब को माफ कर दिया। (Moral Stories | Stories)

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