Motivational Story: परी का नए साल का तोहफा
एक शाम दो लड़के खेल रहे थे तभी अचानक उनके सामने परी आ गई और बोली, ‘मुझे तुम लोगों को नए साल का तोहफा देने के लिए भेजा गया है।’उस परी ने जल्दी से दोनों बच्चों को तोहफा दिया और वहाँ से चली गई।
एक शाम दो लड़के खेल रहे थे तभी अचानक उनके सामने परी आ गई और बोली, ‘मुझे तुम लोगों को नए साल का तोहफा देने के लिए भेजा गया है।’उस परी ने जल्दी से दोनों बच्चों को तोहफा दिया और वहाँ से चली गई।
चेयरमैन के बारे में यह मशहूर था कि वे एक बहुत साधारण परिवार से थे और सभी विद्यार्थी उनकी कहानी सुनने को उत्सुक थे। रंगारंग समारोह के बाद पढ़ाई, कला और खेल में अच्छा प्रदर्शन करने वाले बच्चों को इनाम बाँटा गया।
एक बार भारत के एक महान संत अपनी यात्रा के दौरान, एक दिन गंगा नदी के तट पर बसे एक छोटे से गाँव में पहुँचे। नदी में नहाकर वो तट पर बने एक जीर्ण शीर्ण से मंदिर में ध्यान लगाकर बैठ गए। कुछ ही दिनों में पूरे गाँव में यह खबर फैल गई कि एक संत गाँव में पधारे है, तब वहां के बुजुर्ग गाँव वाले, स्वामी जी का स्वागत करने के लिए उनके पास पंहुच गए।
गुरु नानक देव जी के संगत में हजारों श्रद्धालु रोज बैठते थे। उनके बनाए नियमानुसार जो भी व्यक्ति गुरुदेव के संगत में शामिल होते, वे सबके साथ पूरी श्रद्धा और भक्ति से शबद को पढ़ते और भजन कीर्तन गाते थे। इस नियम को दरबार के नियमों के अनुसार हर दिन जारी रखा जाता था।