Moral Story: हर चीज़ में भगवान हैं
एक गुरूजी थे, उनके आश्रम में कुछ शिष्य शिक्षा प्राप्त कर रहे थे। एक बार बातचीत में एक शिष्य ने पूछा - गुरूजी, क्या ईश्वर सचमुच है? गुरूजी ने कहा- ईश्वर अगर कहीं है तो वह हम सभी में है।
एक गुरूजी थे, उनके आश्रम में कुछ शिष्य शिक्षा प्राप्त कर रहे थे। एक बार बातचीत में एक शिष्य ने पूछा - गुरूजी, क्या ईश्वर सचमुच है? गुरूजी ने कहा- ईश्वर अगर कहीं है तो वह हम सभी में है।
एक अमीर आदमी का सिर्फ एक बेटा था। उसका बेटा बुरी संगत में पड़ गया था। उसमें बुरी आदतें आ गई थीं। वह आदमी अपने बेटे की आदतों से बहुत चिंतित था। उसने पूरी कोशिश की कि वह अपने बेटे की बुरी आदतों को सुधार सके।
एक बूढ़ा रास्ते से कठिनता से चला जा रहा था। उस समय हवा बड़े ज़ोरों से चल रही थी। अचानक उस बूढ़े का हैट हवा से उड़ गया। उसके पास ही दो लड़के स्कूल जा रहे थे। उनसे बूढ़े ने कहा- मेरा हैट उड़ गया है, उसे पकड़ो।
शहर के बाहरी हिस्से में मल्टी नेशनल कम्पनी में काम करने वाले एक सेल्स मैनेजर अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ रहते थे। वह रोज सुबह काम पर निकल जाते और देर शाम को घर लौटते।
एक बार एक शक्तिशाली राजा घने वन में शिकार खेल रहा था। अचानक आकाश में बादल छा गए और मूसलाधार वर्षा होने लगी। सूर्य अस्त हो गया और धीरे-धीरे अँधेरा छाने लगा। अँधेरे में राजा अपने महल का रास्ता भूल गया।
एक नदी के किनारे उसी नदी से जुड़ा एक बड़ा जलाशय था। जलाशय में पानी गहरा होता है, इसलिए उसमें काई तथा मछलियों का प्रिय भोजन जलीय सूक्ष्म पौधे उगते हैं। ऐसे स्थान मछलियों को बहुत रास आते हैं।
एक बार की बात है, राजा भोज दिन भर की व्यस्तता के बाद गहरी नींद में सोए हुए थे। स्वप्न में उन्हें एक दिव्य पुरूष के दर्शन हुए। उस दिव्य पुरूष के चारों ओर उजला आभा मंडल था। भोज ने बड़ी विनम्रता से उनका परिचय पूछा।